अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर लगातार दो धमाके हुए हैं। इसमें 4 अमेरिकी सैनिकों समेत 15 लोगों के मारे जाने की खबर है।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने बताया, गुरुवार को हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर पहला ब्लास्ट हुआ। इसके कुछ ही देर बाद एयरपोर्ट के नजदीक बने बैरन होटल के पास दूसरा धमाका हुआ।
बताया जा रहा है कि यहां ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए थे। फॉक्स न्यूज के मुताबिक, अमेरिका ने इस हमले के लिए आतंकी संगठन ISIS को जिम्मेदार बताया है। पेंटागन के मुताबिक, एयरपोर्ट के बाहर तीन संदिग्धों को देखा गया था। इसमें से दो आत्मघाती हमलावर थे, जबकि तीसरा बंदूक लेकर आया था।
काबुल एयरपोर्ट और उसके आस-पास के इलाकों में धमाके की वजह से अफरा-तफरी का माहौल है। अभी मौतों की संख्या और बढ़ सकती है।
एयरपोर्ट से लगा नाला लाशों और घायलों से पटा
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि एयरपोर्ट से लगे नाले में लाशों और घायलों का ढेर लगा हुआ है। यहां पानी में शव पड़े हुए हैं। लोग अपनों को ढूंढ़ रहे हैं। एक दिन पहले ही इस नाले का वीडियो सामने आया था, जिसमें लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था। लोग एयरपोर्ट के अंदर जाने के लिए नाले में खड़े थे। आज भी कुछ यही स्थिति थी।
तालिबान ने भी आतंकी हमला बताया
तालिबान ने अब तक 15 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। इसमें महिलाएं और मासूम बच्चे भी शामिल हैं। 52 लोगों के घायल होने की जानकारी दी है। तालिबान ने इसे आतंकी हमला बताया है। एयरपोर्ट पर एक शख्स ने बताया कि उसकी गोद में ही उसके बच्चे की मौत हो गई।
एक अमेरिकी नागरिक की भी मौत
रूसी मीडिया स्पुतनिक ने 13 लोगों के मारे जाने का दावा किया है। वहीं फॉक्स न्यूज ने बताया कि विस्फोट में 4 अमेरिकी सैनिकों और एक नागरिक के भी मारे जाने की खबर है।
भास्कर के सूत्रों के मुताबिक, एयरपोर्ट के पास बैरन होटल के पास धमाका हुआ है, जबकि दूसरा धमाका एयरपोर्ट के अब्बे गेट के पास हुआ है। यहीं अमेरिकी सैनिक तैनात थे।
सभी विमानों को नाटो की सेना ने सुरक्षा घेरे में ले लिया
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने दोनों धमाकों की पुष्टि की है। सुरक्षा के लिए काबुल एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। सभी विमानों को नाटो की सेना ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। इससे पहले अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भी काबुल एयरपोर्ट के गेट के बाहर हुए ब्लास्ट की पुष्टि की।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के सचिव जॉन किर्बी ने कहा, ‘काबुल एयरपोर्ट के गेट पर बड़ा धमाका हुआ है। अभी तक मरने वालों की पुष्टि नहीं हो सकी है। जानकारी मिलते ही उपलब्ध करवाएंगे।’
बाइडेन ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई
काबुल एयरपोर्ट पर दो धमाकों के फौरन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को इसकी जानकारी दी गई। CBS न्यूज ने व्हाइट हाउस के एक सूत्र के हवाले से कहा है कि राष्ट्रपति और उनकी नेशनल सिक्योरिटी टीम सिचुएशन रूम में मौजूद हैं और काबुल के ताजा हालात पर विचार कर रहे हैं। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी इस मीटिंग में मौजूद हैं।
इसके अलावा ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जनरल मार्क मिले भी राष्ट्रपति के साथ हैं। बाइडेन को कुछ देर बाद इजराइल के राष्ट्रपति नेफ्टाली बेनेट से भी मुलाकात करनी है। माना जा रहा है कि सिचुएशन रूम की मीटिंग में अफगानिस्तान पर कुछ बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
फ्रांस के राजदूत अफगानिस्तान छोड़ेंगे
न्यूज एजेंसी AFP ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के हवाले से कहा है कि फ्रांस के राजदूत अफगानिस्तान छोड़ेंगे। वे पेरिस से काम करेंगे। फ्रांस काबुल से सैकड़ों अफगानों को निकालने की कोशिश करेगा।
ट्रम्प की पार्टी ने कहा- बाइडेन के हाथ खून से रंगे हुए हैं
काबुल एयरपोर्ट पर धमाके के बाद डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर और पूर्व प्रवक्ता डेन क्रेनशॉ ने प्रेसिडेंट बाइडेन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- मिस्टर प्रेसिडेंट अब इस मामले को संभालिए जिसको आपने ही खड़ा किया है। इससे भागने की कोशिश मत कीजिए। आपके हाथ खून से रंगे हुए हैं। हम अब भी जंग के मैदान में हैं। इसे युद्ध का अंत समझने की गलती मत कीजिए। आपने दुश्मन को एक और फायदेमंद मौका दिया है।